प्रतिनिधी :- हिमायतनगर
- मै शेख चाँद शेख तैयब ओर मेरी अहिल्या रिहाना बेगम शेख चाँद हमने हामारा हक अदा किया अप भी अपका हक अदा किजिये.
मतदान याने के वोट एक गवाही है.
अल्लाह ने फरमाया इन्साफ़ की गवाही देनेवाला बनो.
जिस शख्स के हक में वोट डालते है.
ओर इस बात की गवाही देते है
व अमानत तैयानात ओर हुकमरिण की काबिलियत चलानेवाला हो.
ओर वोट न डालनेवाले ओ भी अल्लाह के फरमान को याद रखे.
ऊस सक्षसे बडा जालीम ओर कोण होगा.
फिर सुने भाई वोट एक शिफारीश भी है .
ओर वो बुरे काम करेंगा तो
उसके गुनाहोमे आप भी शामिल होंगे .
वोट सही आदमी को देना ।
गलत आदमी को देकर अपनी
आखीरत बरबाद मत करना रसुलेपाक सल्ललाहू अलयवसलम ने
फार्मया उसें कयामत के रोजे पर सबसे ज्यादा ओ शक्स खसिरे मे होगा ।
जो दुसरे के दुनिया के लिये अपने अखिरत खो ना देना
संपादक :- शेख चाँद शेख तैयब